बताने को छुपा क्या है? देश में पांचवा सबसे बड़ा कोयला रिजर्व है, हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोयला उत्पादक है.
जैसे-जैसे गर्मी में तापमान का पारा चढ़ रहा है देश में पावर संकट और गहराता जा रहा है. पावर प्लांट्स पर कोयले की आपूर्ति न होने पर आयात के विकल्प तलाशने
भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में शायद एकमात्र मुल्क होगा जहां सब कुछ होने के बाद बीते दस साल में हर दूसरे साल बिजली कंपनियों को कोयले की कमी
यहां उल्लेखनीय है कि सात अक्टूबर को 11,626 मेगावॉट की कमी इस महीने के पहले पखवाड़े में सबसे ऊंचा आंकड़ा है.
Solar Energy: सीईएसएल, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में 5 मेगावाट क्षमता वाली विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा और ऊर्जा दक्षता कार्यक्रमों को लागू करेगा.